छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में दशहरा तक महिला पुलिस की विशेष टीम डांडिया स्थल और दुर्गा पंडालों में पेट्रोलिंग करेगी। इसे रायगढ़ पुलिस ने दुर्गा वाहिनी का नाम दिया है। महिला पुलिसकर्मियों की यह टीम शहर के गरबा-डांडिया कार्यक्रम और बड़े दुर्गा पंडालों में सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर टीम को असामाजिक तत्वों पर तत्काल कार्रवाई करने की पूरी छूट दी गई है।
शहर में नवरात्रि पर कई जगह गरबा का आयोजन होता है और महिलाएं एवं युवतियां इन कार्यक्रमों में भाग लेती हैं। कई बार इस दौरान छेड़छाड़ या अन्य असामाजिक घटनाएं भी सामने आती हैं। इसे रोकने के लिए रायगढ़ पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों की दो टीम बनाई है। दोनों टीमों में महिला एसआई के नेतृत्व में छह-छह महिला और दो-दो पुरुष पुलिसकर्मी शामिल हैं। ये टीम शहर के चार थानों के क्षेत्र में अलग-अलग गश्त करेंगी।
दुर्गा वाहिनी की टीम को विशेष रूप से नवरात्रि और दशहरा तक सक्रिय रखा गया है। डीएसपी सुशांत बनर्जी ने बताया कि टीम किसी भी शिकायत के तुरंत बाद मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करेगी। उनका मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चियों के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करना है।
पुलिस अधिकारियों ने टीम को ड्यूटी संबंधी पूरी जानकारी दी और शहर के प्रमुख दुर्गा पंडाल और गरबा कार्यक्रमों में पेट्रोलिंग के लिए रवाना किया। टीम की गतिविधियों में महिलाओं की सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन और किसी भी असामाजिक घटना को रोकना शामिल है।
शहर के सभी बड़े पंडाल और गरबा आयोजन स्थल में दुर्गा वाहिनी की मौजूदगी सुनिश्चित की गई है। पुलिस ने कहा कि यह पहल महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण देने के साथ-साथ असामाजिक तत्वों को नियंत्रित करने में मदद करेगी। पिछले साल की तरह इस साल भी दुर्गा वाहिनी पूरी सतर्कता के साथ गश्त करेगी।
रायगढ़ पुलिस का मानना है कि इस तरह की विशेष टीमों के गठन से न केवल सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि नवरात्रि और दशहरा जैसे त्योहारों में महिलाओं की भागीदारी भी सहज और सुरक्षित होगी। नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि किसी भी आपत्तिजनक या असामाजिक गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।