कोरबा : ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार दिलाकर उन्हें आर्थिक रुप से मजबूत करने का भरोसा दिलाकर माइक्रोफाइनेंस कंपनियों से लोन दिलाने वाली कंपनी अफ्लोरा मैक्स के खिलाफ कंपनी में काम करने वाली महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है.
मंगलवार को महिलाएं सिटी सेंटर में संचालित अफ्लोरा मैक्स के ऑफिस कम शॉप में पहुंची और घेराव कर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगी. दरअसल लोन दिलाने वक्त कंपनी ने समूह को हर महीने पैसा देने के वादे के साथ दो साल तक माइक्रोफाइनेंस कंपनियों का किस्त पटाने की जिम्मेदारी ली थी.
लेकिन पिछले महीने से कंपनी लोन का किस्त पटाना बंद कर दी है. किस्त नहीं पटने के कारण माइक्रोफाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट महिलाओं को फोन कर किस्त पटाने का दबाव बना रहे हैं जिससे महिलाएं मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही हैं.
महिलाओं ने बताया कि कंपनी के कर्मचारी के रूप में कुछ महिलाएं आई और लोन दिलवाकर व्यापार शुरू करने की बात कही. उस समय बताया गया कि लोन की राशि को अफ्लोरा मैक्स में जमा करने पर व्यापार के लिए सामान दिया जाएगा साथ ही प्रत्येक दिन 100/- रुपए दिए जाएंगे और 2 साल तक लोन की किस्त भी अफ्लोरा मैक्स कंपनी ही पटाएगी.
अब महिलाओं का आरोप है कि अफ्लोरा मैक्स कंपनी ने लोन के पैसे ले लिए, सामान भी दिया गया लेकिन पिछले महीने से किस्त नहीं पटाया जा रहा है. जिसकी रिकवरी के लिए रिकवरी एजेंट उन्हें परेशान कर रहे हैं. वहीं कंपनी के संचालक अखिलेश सिंह का कहना है कि पिछले दिनों उनके ऑफिस में फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर लूट और अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया था.
जिससे बिजनेस में कमी आई है. कंपनी संचालक ने महिलाओं से धैर्य रखकर समय की मांग की है। फिलहाल जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेने की जरुरत है ताकी कोई बड़ा स्कैम ना हो सके.