पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद, डंकी रूट और भिखारियों के निर्यात के लिए बदनाम रहा है. हाल ही में, मध्य पूर्व के कई देशों ने इस्लामाबाद को चेतावनी दी थी कि अगर भिखारियों के निर्यात को नहीं रोका गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसको ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान ने करीब 4,300 भिखारियों को एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ECL) में डाल दिया है, ताकि वे देश से बाहर जाकर सऊदी अरब ना पहुंच सकें.
सऊदी अरब ने सितंबर में उठाई गई चिंता के बाद यह ऐलान किया गया है, जिसमें पाकिस्तान से हज और उमराह वीजा का दुरुपयोग करके मक्का और मदीना में भीख मांगने वालों को रोकने के लिए चेतावनी दी गई थी.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
पाकिस्तान ने कार्रवाई के बारे में सऊदी को दी जानकारी
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन रजा नकवी ने बुधवार को सऊदी अरब के डिप्टी इंटीरियर मंत्री नासिर बिन अब्दुलअजीज अल दावूद को पाकिस्तान द्वारा भिखारियों को किंगडम में भेजने वाले ‘माफिया’ के खिलाफ उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी. रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने सऊदी अरब जाने वाले भिखारियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है.
सऊदी अरब में पाकिस्तानी भिखारियों की समस्या वास्तविक है. मक्का, मदीना और जेद्दा की सड़कों पर पाकिस्तानी भिखारियों की भीड़ आम है, जिससे यह एक गंभीर समस्या बन गई है. पाकिस्तान में महंगाई और बिगड़ती आर्थिक हालत के चलते, पाकिस्तानी नागरिक वेस्ट एशियाई देशों, खासतौर पर सऊदी अरब, में भीख मांगने के इरादे से जाते हैं. कई हज और उमराह वीजा का इस्तेमाल करते हैं और बाद में भीख मांगने में शामिल हो जाते हैं.
सऊदी अरब में भीख मांगना अपराध
सऊदी अरब के कानून के तहत, किसी भी रूप में भीख मांगना एक अपराध है. भीख के लिए 6 महीने तक की सजा हो सकती है, और इस अपराध में शामिल लोगों को 50,000 रियाल तक का जुर्माना देना पड़ सकता है. सऊदी अरब की जेलों में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी भिखारी बंद हैं. करीब एक करोड़ पाकिस्तानी नागरिक विदेशों में रहते हैं, जिनमें से काफी संख्या में लोग भीख मांगने के पेशे में शामिल हैं.
खासतौर से, सितंबर 2023 में, कराची में सऊदी अरब की फ्लाइट से 16 भिखारियों को रोका गया और गिरफ्तार किया गया था. पाकिस्तान की भिखारी समस्या का विस्तार सऊदी अरब और अन्य राष्ट्रों तक हो गया है, जिससे वीजा के लिए एप्लिकेशन की जांच कड़ी कर दी गई है.
जेद्दा ने इस्लामाबाद को चेताया था कि अगर हालात को काबू नहीं किया गया, तो इसका असर पाकिस्तानी उमराह और हज पर जाने वाले लोगो पर पड़ेगा. इसके बाद, पाकिस्तान ने भिखारियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं और ‘भिखारी माफिया’ के खिलाफ एक्शन जारी है.