विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेडरोस अदनोम गेब्रेहेसुस ने शनिवार को दावा किया कि वह यमन की हूती विद्रोही-नियंत्रित राजधानी सना के हवाई अड्डे पर हुए इजरायली हवाई हमलों में बाल-बाल बचे थे. टेडरोस ने BBC रेडियो से बातचीत के दौरान कहा कि गुरुवार को हुए हमलों के बाद उनके कानों में अभी भी आवाज गूंज रही है. उन्होंने कहा कि वह सना हवाई अड्डे पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत नागरिकों की सुरक्षा के लिए जो प्रावधान हैं, उनका आदर करना चाहिए.
Thank you to all my friends, colleagues, and everyone who has wished me well during the ordeal in the past few days.
I'm especially grateful to the colleagues and airport staff, who were selfless as they tried to protect me.
We faced a very dangerous attack, but my @UN… pic.twitter.com/hGsA8J9XCI
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) December 28, 2024
बता दें कि गुरुवार को इजरायल ने सना के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और अन्य स्थानों को निशाना बनाया था. इन हमलों को लेकर इजरायल ने कहा था कि वह विद्रोहियों को निशाना बना रहे हैं. यह हमला 19 दिसंबर के बाद दूसरी बार हुआ था, जब इजरायल ने यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बनाया था.
WHO प्रमुख ने जारी किया बयान
टेडरोस ने इस हमले का जिक्र करते हुए कहा कि आवाज इतनी जोरदार थी कि वह सुन्न रह गए. उन्होंने कहा कि विस्फोट इतना भयंकर था जिसे मैं बयां नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि एक के बाद एक कई धमाके हुए जिसने उन्हें हिलाकर रख दिया.
उन्होंने बताया कि लोग इधर-उधर भाग रहे थे और कोई सुरक्षा नहीं थी, हम पूरी तरह से डरे हुए थे. अगर मिसाइल थोड़ा सा भी इधर-उधर होती, तो वह हमारी जान ले सकती थी. मेरे सहयोगी ने कहा कि हम मौत से बच गए.
वहीं, हूती विद्रोही समूह के उप परिवहन मंत्री याह्या अल-सयानी ने बताया कि हमलों में चार लोग मारे गए और 20 घायल हो गए.
ट्विटर पर टेडरोस ने हमले का वीडियो साझा किया और उन सहयोगियों और हवाई अड्डे के कर्मचारियों का धन्यवाद किया, जिन्होंने इस “बहुत खतरनाक हमले” के दौरान उनकी सुरक्षा की कोशिश की. उन्होंने यह भी कहा कि वह और उनकी टीम सुरक्षित रूप से जॉर्डन पहुंच गए.