स्वीडन के पास बाल्टिक समुद्र में 19वीं सदी में डूबे जहाज का मलबा बरामद हुआ है. CNN के मुताबिक, यह जहाज शैम्पेन की बोतलों, मिनरल वॉटर और पोर्सीलेन (सेरेमिक) से भरा हुआ था.
जहाज का मलबा स्वीडन के ओलैंड के 37 किमी दक्षिण में मौजूद था. यह जहाज 170 साल पहले डूबा था. मलबे को ढूंढने वाले पोलैंड के डाइवर स्टैचुरा ने बताया कि वे पिछले 40 सालों से बाल्टिक समुद्र में जहाजों के मलबे की तस्वीरें लेते रहे हैं. यह पहली बार है जब उन्हें किसी जहाज पर शराब की 100 से ज्यादा बोतलें मिली हैं.
स्टैचुरा की कंपनी की तरफ से जारी किए गए प्रेस रिलीज में बताया गया कि जहाज का मलबा बहुत ही अच्छी हालत में था. शैम्पेन क्ले से बनी बोतलों में थी जिस पर सेल्टर्स ब्रांड का स्टिकर लगा हुआ था. यह 19वीं सदी में जर्मनी के सबसे बेहतरीन शैम्पेन ब्रांड्स में से एक था. आमतौर पर इनकी शराब को शाही परिवार खरीदते थे. इसके अलावा दवाइयों में भी इसका इस्तेमाल होता था.
800 साल पहले बोतलों में स्टोर की गई थी शराब
ब्रांड का नाम जर्मनी के शहर सेल्टर्स के नाम पर रखा गया था. शराब 800 साल पहले बोतलों में स्टोर की गई थी. कंपनी ने बताया कि यह शराब इतनी कीमती होती थी कि इसे एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाते वक्त पुलिस भी साथ जाती थी.
स्वीडन की सरकार को जहाज के मलबे और उसमें मिले सामान की जानकारी दे दी गई है.रिपोर्ट के मुताबिक, इसे समुद्र से निकलाने में करीब 1 साल तक का समय लग सकता है. यह जहाज कहां जा रहा था और कैसे डूबा था इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है.
बाल्टिक समुद्र में 1 लाख से ज्यादा जहाजों का मलबा
ब्रिटिश मीडिया द गार्डियन के मुताबिक, बाल्टिक समुद्र में 1 लाख से ज्यादा जहाजों का मलबा मौजूद हैं. ऐसे में अक्सर मरीन डाइवर्स, पुरातत्व विभाग के एक्सपर्ट्स और समुद्री लुटेरे यहां आते रहते हैं.
वहीं 2 दिन पहले ऑस्ट्रेलिया में 55 साल पहले डूबे जहाज का मलबा मिला था. यह जमीन से 170 मीटर नीचे मौजूद था. 21 लोगों की जान लेने वाले एमवी नूनगाह जहाज 23 अगस्त 1969 को न्यू साउथ वेल्स से टाउन्सविले की ओर निकला था. इसे लगभग 1300 किमी की दूरी तय करनी थी.
ऑस्ट्रेलिया में 55 साल बाद मिला जहाज का मलबा
जहाज पर 52 लोग सवार थे, जो स्टील से भरे कंटेनर ले जा रहे थे. ये 25 अगस्त तक 315 किलोमीटर आगे निकल गया था तभी उसका सामना एक खतरनाक तूफान से हुआ. इसकी रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा से भी ज्यादा थी जिसे जहाज संभाल नहीं पाया और वह डूब गया.
जहाज के डूब जाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई सेना ने इतिहास की सबसे बड़ी समुद्री खोज की थी. सेना विमान, हेलिकॉप्टर और जहाजों से एमवी नूनगाह को तलाशने निकली थी. ऑस्ट्रेलियाई सेना को जहाज डूबने के 12 घंटे बाद 26 लोग लकड़ी के सहारे तैरते हुए मिले थे। तब से जहाज लोगों के लिए एक रहस्य बना हुआ था.