भारतीय डाक विभाग द्वारा 8 सितंबर से 8 दिसंबर तक राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. जिला प्रशासन द्वारा लगातार इसकी घोषणाएं की जारी जा रही हैं, ताकि हर उम्र के लोग इसमें भाग ले सकें. इस प्रतियोगिता का उद्देश्य डाक सेवाओं के महत्व को बढ़ावा देना है, जो आजकल कम उपयोग में आ रही हैं. भारत की सूचना प्रणाली में डाक विभाग की भूमिका बहुत बड़ी है.
डाकघर द्वारा कई प्रकार की सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं. इन सेवाओं में स्थानीय, अंतर्राज्यीय और विदेशी पार्सल सेवाएं भी उपलब्ध हैं. हालांकि, टेक्नोलॉजी के इस दौर में डाक सेवाओं का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या में काफी कमी आई है. खासकर युवा पीढ़ी डाक सेवाओं से काफी हद तक अंजान है. हालांकि बहुत सारे वरिष्ठ नागरिक डाक सेवाओं पर बहुत अधिक निर्भर हैं और उसका उपयोग भी की करते है.
कैसे हों शामिल
डाक सेवा अब धीरे धीरे सिमट रही है. इसी को बढ़ावा देने के लिए यह प्रतियोगिता कराई जा रही है. यह प्रतियोगिता दो श्रेणियों में कराई जा रही है. जिसमें एक 18 साल से कम और दूसरी 18 से से अधिक के लोग शामिल हो सकते है. इस प्रतियोगिता में निबंध A4 पेपर पर 1000 शब्दों से ज्यादा नहीं होना चाहिए. जबकि, अंतर्देशीय निबंध में 500 शब्दों से कम नहीं होना चाहिए.
लिखने के बाद निबंध मुख्य डाकपाल, तमिलनाडु मंडल, चेन्नई-600002 के पते पर भेजा होगा. ये निबंध राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए भेजे जाएंगे. 8 दिसंबर के बाद भेजे गए निबंध स्वीकार नहीं किए जाएंगे. यह निबंध ‘मेरे आदर्श को पत्र’ शीर्षक से लिखा होना चाहिए. यह प्रतियोगिता में आम जनता, स्कूल-कॉलेज के छात्र और कामकाजी लोग सहित कई भी इस प्रतियोगिता में भाग ले सकता है.
विजेता को मिलेगा इनाम
इस प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार विजेता को 50 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार विजेता को 25 हजार रुपये और तृतीय पुरस्कार विजेता को 10 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसी प्रकार, राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार विजेता को 25 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार विजेता को 10 हजार रुपये और तृतीय पुरस्कार विजेता को 5 हजार रुपये दिए जाएंगे.