पूरे छत्तीसगढ़ में आज हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गरज-चमक के साथ बिजली गिर सकती है। आंधी चल सकती है। बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा इन चार जिलों में भारी बारिश का भी यलो अलर्ट है।
सोमवार की बात करें तो रायपुर, दुर्ग और सरगुजा संभाग के एक से दो जगहों पर भारी बारिश हुई है। रायपुर में दोपहर के बाद मौसम बदला और तेज बारिश हुई। वहीं प्रदेश के अन्य संभागों में बादल गरजने के साथ हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई।
ओवल ऑल बात करें तो 8 सितंबर तक प्रदेश में मानसून का 86 प्रतिशत कोटा पूरा हो चुका है। सामान्य तौर पर औसत 1143.3 मिमी बारिश होती है, जबकि अब तक 987.5 मिमी वर्षा हो चुकी है। इस साल मानसून अगस्त के महीने को छोड़ दें तो अब तक सामान्य रहा है।
बलरामपुर में सबसे ज्यादा पानी बरसा
प्रदेश में अब तक 987.5 बारिश हुई है। बेमेतरा जिले में अब तक 471 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 49% कम है। अन्य जिलों जैसे बस्तर, बेमेतरा, जगदलपुर में वर्षा सामान्य के आसपास हुई है।
वहीं, बलरामपुर जिले में 1337.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 55% अधिक है। आंकड़े 1 जून से 8 सितंबर 2025 तक के हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दिक्कत अभी बरकरार
पिछले हफ्ते उत्तरी और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में भारी बारिश हुई। बस्तर संभाग के 4 जिलों में कई पुल टूट गए, 200 से ज्यादा घर ढह गए। नदियां-नाले उफान पर आ गए और बाढ़ जैसे हालात बन गए। प्रशासन को राहत और बचाव कार्य चलाना पड़ा।
प्रभावितों को राहत शिविर में रखा गया है। फिलहाल स्थिति सामान्य की ओर बढ़ रही है, लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दिक्कतें अब भी बरकरार हैं।
बलरामपुर में बांध फूटने से 6 लोगों की मौत
इसके अलावा बलरामपुर में बांध फूटने की घटना में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। 6 लोगों के शव मिल चुके हैं। 1 लापता बच्ची की तलाश जारी है। बता दें कि लगातार बारिश से लबालब बांध बह गया था। जिसकी चपेट में आकर निचले इलाके के 4 घर बह गए थे।
बस्तर में 200 से ज्यादा घर ढहे
बस्तर संभाग में पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश के बाद चार जिलों दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा और बस्तर में बाढ़ से 200 से ज्यादा मकान ढह गए। 2196 लोग राहत शिविर में शिफ्ट किए गए।
इन्हें स्कूल, इंडोर स्टेडियम, आश्रम जैसे जगहों पर ठहराया गया है। अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। अब बाढ़ के बाद की तस्वीरें भी सामने आई हैं।
बारसूर में स्टेट हाईवे 5 पर पुल टूट गया है, टूटे पुल पर अब सीढ़ी बांधकर ग्रामीण आना जाना कर रहे हैं। बता दें कि नारायणपुर, बस्तर, बीजापुर के 55 से 60 गांवों के ग्रामीण अपनी रोजमर्रा के सामानों के लिए बारसूर साप्ताहिक बाजार पहुंचते हैं।