Vayam Bharat

Mahakumbh 2025: दिल्ली-मुंबई से प्रयागराज का जितना हवाई किराया, उतने में तो घूम आएंगे विदेश… DGCA भी हैरान

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ (Mahakumbh 2025) में श्रद्धालुओं को तांता लगा है, अब तक 11 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु यहां पर पहुंचकर डुबकी लगा चुके हैं. देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग पावन स्नान के लिए यहां पहुंच रहे हैं, बढ़ती भीड़ के साथ ही महाकुंभ पहुंचने के लिए फ्लाइट के किराए में भी जोरदार बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली या मुंबई से प्रयागराज जाने के लिए फ्लाइट टिकट इतना महंगा हो गया है कि इतने में आप सिंगापुर, दुबई या लंदन तक पहुंच जाएंगे. जी हां टिकट का दाम 50-60 हजार रुपये तक पहुंच गया है.

Advertisement

शाही स्नान के दिनों पर फ्लाइट टिकट सबसे महंगे
महाकुंभ मेले में पवित्र स्नान के दिनों के लिए फ्लाइट टिकट में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली है. 13 जनवरी को शुरू हुए Mahakumbh Mele में आने वाली 29 जनवरी को मौनी अमावस्या, 3 फरवरी को बसंत पंचमी और 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा जैसी तारीखों पर दिल्ली और मुंबई से प्रयागराज जाने वाली फ्लाइट की टिकट की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं.

सामान्य दिनों पर दिल्ली से प्रयागराज आने और जाने का किराया 10-12 हजार रुपये के बीच होता है, तो वहीं मुंबई से प्रयागराज का हवाई किराया भी 15000 के नीचे रहता है. लेकिन शाही स्नान के दिन महाकुंभ के लिए दिल्ली से प्रयागराज आने और जाने का किराया 50,000 रुपये, तो वही मुंबई से प्रयागराज की फ्लाइट टिकट की कीमतें 50-60 हजार रुपये तक पहुंच गई हैं. जी हां, दिल्ली से लंदन का किराया 3 फरवरी के लिए 30 से 37 हजार रुपये के आस-पास है, जबकि दिल्ली से सिंगापुर का इस डेट को फ्लाइट टिकट 24-25 रुपये के आस-पास है.

रेल का किराया सीमित, फ्लाइट ने किया परेशान
महाकुंभ के लिए फ्लाइट टिकट की कीमतों में ताबड़तोड़ बढ़ोतरी को लेकर अब सरकार से इन पर लगाम लगाने की आवाज भी उठने लगी है. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने रॉकेट की रफ्तार से बढ़ रहे महाकुंभ के लिए हवाई किरायों पर विराम लगाने की गुहार सरकार से लगाई है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट शेयर कर कहा है कि प्रयागराज की पावन धरा पर हो रहे महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा, सुरक्षा और सुविधाओं का राज्य सरकार तो पूरा ध्यान रख ही रही है, लेकिन कुछ विमानन कंपनियां यात्रियों के बढ़ती संख्या का लाभ लेने के मकसद से हवाई किराए में बेतहाशा बढ़ोतरी कर रही हैं, जो अनुचित और अनैतिक है.

विनोद बंसल ने भारतीय रेलवे की सराहना करते हुए कहा कि एक ओर जहां Indian Railway ने प्रयागराज आने और जाने वाले यात्रियों के लिए अपनी सेवाओं का विस्तार किया और किराये को सीमित रखा है. तो वहीं दूसरी ओर एयरलाइन कंपनियों ने इकोनॉमी क्लास के किराए में 200% से 700% तक की बढ़ोतरी की है और इस वजह से महाकुंभ आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है और वे हवाई टिकट लेने में असमर्थ नजर आ रहे हैं. उन्होंने अपील की कि विमानन कंपनियों को अपने किराए को सीमित कर सेवाओं का विस्तार और यात्रियों की सुविधा पर विशेष ध्यान देना चाहिए.

DGCA भी किराया घटाने के पक्ष में
महाकुंभ के लिए उड़ानों के किराए में तेज वृद्धि को लेकर विमानन नियामक डीजीसीए (DGCA) भी अलर्ट हैं और एयरलाइनों से प्रयागराज की उड़ानों के लिए हवाई किराए को तर्कसंगत बनाने की अपील की है. बता दें कि स्पाइसजेट समेत अन्य कई एयरलाइनों ने प्रयागराज के लिए अपनी उड़ानों में इजाफा किया है. इस रूट पर Mahakumbh के चलते बढ़ती डिमांड के चलते डीजीसीए ने जनवरी में 81 अतिरिक्त उड़ानों को मंजूरी दी है, जिससे प्रयागराज के लिए हवाई संपर्क बढ़कर देश भर से 132 उड़ानों तक हो गया है.

वहीं उड़ानों में इजाफे के बीच फ्लाइट टिकट के दाम आसमान पर पहुंचने से नियामक भी चिंतित नजर आ रहा है. बीते शनिवार को एक एक्स पोस्ट में DGCA ने कहा कि डिमांड में संभावित वृद्धि को देखते हुए, एयरलाइनों से उड़ानों को जोड़कर और अधिक क्षमता बढ़ाने और किराए को तर्कसंगत बनाने का आग्रह किया गया है. इस संबंध में पहले ही बीते 23 जनवरी को डीजीसीए अधिकारियों और एयरलाइन प्रतिनिधियों के साथ बैठक हो चुकी है.

Advertisements