भोपाल: मध्य प्रदेश में निवेश आकर्षित करने और उद्योग की राह आसान करने के लिए डॉ. मोहन यादव सरकार द्वारा लगातार कोशिश की जा रही है. अब निवेशकों के सुझाव पर प्रदेश के सभी जिलों की पूरी डिटेल एक क्लिक पर मौजूद होगी. इसके लिए राज्य सरकार ने सभी 55 जिलों की प्रोफाइल तैयार करने का निर्णय लिया है. इसमें जिले के मुख्य उत्पाद की जानकारी से लेकर औद्योगिक क्षेत्र, उपलब्ध भूमि, मौजूदा औद्योगिक इकाईयों और निवेश के अवसरों से जुड़ी तमाम जानकारियां उपलब्ध होंगी. मुख्य सचिव अनुराग जैन ने जिलेवार प्रोफाइल तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
कॉन्क्लेव में आया था सुझाव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेश के अलग-अलग रीजन में की जा रही इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के दौरान निवेशकों से उनकी सुझाव भी लिए जा रहे हैं. पिछले दिनों सागर में हुई रीजनल कॉन्क्लेव में इसको लेकर सुझाव आया था. इसके बाद मुख्यमंत्री ने इस संबंध में मुख्य सचिव को निर्देश दिए थे. अब मुख्य सचिव ने एमएसएमई विभाग को सभी संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर सभी 55 जिलों का प्रोफाइल तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
23 अक्टूबर को रीवा में होगी समिट
सागर के बाद अब इस माह दीपावली के पहले रीवा में रीजनल इंवेस्टर समिति होने जा रही है. रीवा के कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम में होने जा रही इस समिट को लेकर सरकार तैयारियों में जुटी है. समिट में आईटी, माइनिंग सेक्टर, टूरिज्म सेक्टर, एमएसएमई, कुटीर उद्योग और बड़े उद्योगों के प्रजेंटेशन होंगे.
15 नवंबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दिल्ली जाएंगे. दिल्ली में मुख्यमंत्री बड़े उद्योगपतियों से मिलेंगे और मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को लेकर चर्चा करेंगे.
इसके बाद 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री अहमदाबाद जाएंगे. अहमदाबाद में मुख्यमंत्री उद्योगपतियों से मिलकर मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को लेकर चर्चा करेंगे. अगले साल फरवरी माह में 7 और 8 अक्टूबर को भोपाल में ग्लोबल इंवेस्टर समिति होने जा रही है. यही वजह है कि प्रदेश सरकार मध्यप्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में निवेशकों को लाने में जुटी है.