उत्तर प्रदेश के बनारस स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. महाशिवरात्रि पर भीड़ और बढ़ने की संभावना है. हालात को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने 25 से 27 फरवरी तक दर्शन के सभी प्रोटोकॉल रद्द कर दिए हैं. इसी के साथ एक एडवाइजरी जारी की है. इसमें श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि 16 से 18 घंटे तक लाइन लग रही है. यदि लोग इतनी देर खड़े हो सकते हों तो ही दर्शन के लिए आएं.
काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सीईओ विश्व भूषण के मुताबिक महाकुंभ 2025 से लौटकर श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर आ रहे हैं. इसकी वजह से दर्शनार्थियों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है.इस साल विभिन्न आखाड़ों के साधु-संतो एवं नागा साधुओं द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया जा रहा है. नागा अखाड़ों द्वारा शोभायात्रा भी निकाली जाएगी. इसकी वजह से 5 से 6 घंटे तक गेट नंबर -4 (गोदौलिया द्वार) आम आदमी के लिए बंद रहेगा. ऐसे में दर्शन के लिए कतार में खड़े लोगों का इंतजार 16 से 18 घंटे या इससे भी अधिक हो सकता है.
सभी प्रोटोकॉल रद्द
दिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को आगाह किया है कि गर्मी एवं उमस की वजह से ऐसी स्थिति में दिक्कत हो सकती है. इस परिस्थिति से निपटने के लिए मंदिर प्रशासन ने पहले ही सभी प्रोटोकॉल रद्द करने का फैसला किया है. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि इस भीड़ भाड़ के माहौल में वृद्ध, बीमार और दिव्यांग लोग मंदिर ना आएं.बल्कि लोग लाइव स्ट्रिमिंग के जरिए बाबा विश्वनाथ के दर्शन करें. इसके लिए मंदिर प्रशासन की ओर से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और टाटा स्काई पर लाइव दर्शन की व्यवस्था की गई है.
अभी 8 घंटे में मिल रहा दर्शन
महाकुंभ की वजह से काशी में श्रद्धालुओं की संख्या कम होती नजर नहीं आ रही. इस समय भी हजारों की तादात में लोग लाइन में खड़े हैं. आलम यह है कि एक बार लाइन में लगने के छह से आठ घंटे बाद ही बाबा के दर्शन हो पा रहे हैं. बावजूद इसके, श्रद्धालु लगातार हर हर महादेव का उद्घोष करते हुए मस्तक पर त्रिपुंड लगाए बाबा के दरबार की ओर बढ़े चले जा रहे हैं. श्रद्धा और आस्था का यह सैलाब काशी की सड़कों पर भी साफ दिख रहा है. चारों ओर श्रद्धालुओं की भीड़ दिख रही है. घाट से लेकर मंदिर तक केवल भक्त हीभक्त हैं.