राजस्थान के कोटा में स्नातक प्रथम वर्ष के छात्र ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच डाली. इसके बाद छात्र ने माता-पिता से 2 लाख रुपये की फिरौती मांगी, लेकिन उसकी प्लानिंग फेल हो गई. पुलिस ने उसे जयपुर रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लेकर बुधवार शाम उसके माता-पिता को सौंप दिया. छात्र फर्स्ट ईयर में है और पटवारी भर्ती की तैयारी कर रहा था.
पुलिस अधीक्षक शहर डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 2 जुलाई को जगपुरा कोटा के रहने वाले शख्स ने थाना रानपुर में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में कहा गया था कि उनका बेटा घर से बिना बताए गायब हो गया है. इस मामले में केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की.
पुलिस गुमशुदा लड़के की तलाश कर ही रही थी, इसी बीच उसके पिता ने पुलिस को लड़के का फोटो उपलब्ध कराया और बताया कि मेरे बेटे के वॉट्सअप नंबर से अज्ञात व्यक्ति फोटो भेज रहा है. उसमें बेटे का मुंह रूमाल से बंधा हुआ है, हाथ पीछे की तरफ बंधे हैं. बेटे को छोड़ने के बदले 2 लाख रुपये की मांग कर रहा है.
इस पर घटना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर छात्र की तलाश शुरू की गई. पुलिस ने तकनीकी संसाधनों की मदद से छात्र का पता लगाकर उसे जयपुर रेलवे जंक्शन से दस्तयाब कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया.
गुमशुदा छात्र से जब अपहरण की घटना को लेकर पूछताछ की गई तो पता चला कि उसने इंस्टाग्राम पर ऑनलाइन गेम का विज्ञापन देखकर गेम खेलना शुरू किया था, जिसमें 40,000 रुपये हार गया था. इसके बाद घर वालों से रुपये हासिल करने के लिए क्राइम पेट्रोल सीरियल देखकर प्लान बनाया.
इसके बाद छात्र कोटा से जयपुर पहुंचा और हॉस्टल में रुककर अपने फोन में टाइमर सेट करके अपना मुंह रूमाल से बांधकर हाथ पीछे करते हुए कमरे के बंद गेट के पास लेटकर तस्वीरें लीं और फोटो अपने परिजनों के वॉट्सअप पर भेज दिए. इसी के साथ 2 लाख रुपये की मांग की. पुलिस ने जांच के बाद इस पूरी कहानी का पर्दाफाश कर दिया.