रायपुर के सरोना इलाके में हुए शोरूम हादसे में घायल युवक राज की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना 3 अगस्त की शाम हुई थी, जब 25 वर्षीय राज शोरूम की लिफ्ट से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसके दोनों पैर टूट गए थे और सिर पर भी गहरी चोट आई थी। करीब 20 दिन तक निजी अस्पताल में वेंटिलेटर पर रहने के बाद उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने इस मामले में शोरूम के जनरल मैनेजर चंद्रजीत सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। उन पर आरोप है कि लिफ्ट के चारों ओर सुरक्षा घेरा नहीं था और इसी लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ। घटना डीडी नगर थाना क्षेत्र की है।
परिजनों ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि राज शोरूम में काम करता था और कार को लिफ्ट से नीचे उतारते वक्त वह अचानक गिर पड़ा। परिवार का आरोप है कि शोरूम प्रबंधन ने हादसे की स्पष्ट जानकारी नहीं दी और पहले सीसीटीवी फुटेज दिखाने से भी इनकार किया। बाद में जो वीडियो दिया गया, वह एडिटेड लग रहा था।
हादसे के बाद शोरूम प्रबंधन ने राज को अस्पताल में भर्ती कराया और इलाज का खर्च भी उठाया, लेकिन परिजनों का कहना है कि यदि सुरक्षा इंतजाम पुख्ता होते तो यह घटना ही न होती। वहीं प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने थाने को साढ़े चार मिनट का सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराया है।
राज परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उसकी मौत से माता-पिता और छोटे भाई की जिम्मेदारी अब परिवार पर गहरी चिंता का कारण बन गई है। मौत की खबर सुनते ही परिजन सदमे में हैं और लगातार रो-रोकर बेहाल हैं।
यह घटना शहर में सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। जहां कामकाजी युवाओं की जिंदगी दांव पर लग जाती है, वहीं जिम्मेदार अधिकारियों और प्रबंधन की लापरवाही परिवारों को अपूरणीय क्षति पहुंचा देती है। राज की मौत के बाद अब पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और लापरवाही के बिंदुओं पर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।