राजस्थान के डीग से पकड़े गए ISI एजेंट कासिम के भाई असीम को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने डिटेन कर लिया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान से उसे हिरासत में लिया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कासिम के भाई असीम को लम्बी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया. दरअसल, कासिम से पूछताछ के दौरान उसके भाई असीम का नाम सामने आया था. कासिम ने पूछताछ में बताया था कि जब वह पाकिस्तान गया था तो वहां पर ISI के हैंडलर्स ने उससे कहा गया था कि तुम्हारा भाई तो पहले से हमारे लिए काम करता है तुम भी हमारे लिए काम करो.
असीम उर्फ हसीन, कासिम का भाई है. राजस्थान के डीग का ही रहने वाला है. 30 मई को दोपहर में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल राजस्थान के डीग गयी थी. कासिम के परिजनों के बयान भी दर्ज किए गए हैं. पूछताछ में मिली लीड के बाद राजस्थान से ही कासिम के भाई असीम उर्फ हसीन को हिरासत में लिया गया है. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की एक टीम अब असीम उर्फ हसीन से पूछताछ कर रही है और उसके ISI नेटवर्क को खंगाल रही है.
फोन के डेटा को किया गया रिट्रीव
पुलिस ने असीम को जांच में शामिल किया. असीम पिछले तकरीबन 4 साल से पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था. स्पेशल सेल ने अब असीम के फोन के डेटा को रिट्रीव कराने के लिए लैब में भेजा है ताकि, असीम की व्हाट्सएप चैट और डेटा निकाला जा सके ताकि ये पता लगाया जा सके कि असीम ने पाकिस्तान में अपने हैंडलर को क्या-क्या जानकारी भेजी थी? ISI के लोगों ने असीम के जरिए ही कासिम को अपने जाल में फंसाया था. कासिम मौलवी है इसलिए कहा गया कि वो जासूसी करेगा तो किसी को शक नहीं होगा.
इस मामले ने तब अहम मोड़ ले लिया जब कासिम के तीन भाई हैं. इनका नाम हसीन, इश्तियाक और अफजल मौलाना थे. 23 मई को शुरुआती पूछताछ के बाद अपने गांव से गायब हो गए. सबसे बड़े भाई हसीन ने पहले भी पाकिस्तान में इसी तरह की ट्रेनिंग ली थी, लेकिन वीजा संबंधी मुश्किलों के कारण वह इसे जारी नहीं रख पाया. इसके कारण उसने कासिम को इस ऑपरेशन के लिए भर्ती किया. स्पेशल सेल ने लापता भाइयों की तलाश में शुक्रवार को गंगोरा और आसपास के गांवों में छापेमारी की. एसपी डीग राजेश कुमार मीना ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है.