डॉक्टरों ने हाल ही में एक आम दर्द निवारक दवा Norco (नॉरको) को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है. यह दवा आमतौर पर दर्द कम करने के लिए दी जाती है, लेकिन लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर इसके खतरनाक साइड इफेक्ट सामने आए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह दवा कुछ मरीजों में भ्रम (Hallucinations) पैदा कर सकती है.
नॉरको एक तरह की ओपिओइड दवा है, जो दिमाग के उस हिस्से पर असर करती है जो दर्द महसूस करता है. इससे दर्द में राहत मिलती है. कभी-कभी इसे खांसी और दस्त जैसी दिक्कतों में भी दिया जाता है. लेकिन अब विशेषज्ञों ने पाया है कि लंबे समय तक इसका सेवन करने से मरीजों को दिखाई और सुनाई देने वाले भ्रम हो सकते हैं.
अमेरिका का मामला
लुइसियाना (अमेरिका) में रहने वाले 67 साल के एक मरीज का मामला मेडिकल जर्नल Cureus में प्रकाशित हुआ है. इस मरीज को लंबे समय से कमर दर्द की समस्या थी, जिसके लिए उसने नॉरको लेना शुरू किया. शुरुआत में हल्के लक्षण दिखे लेकिन जैसे ही उसने दवा की खुराक बढ़ाई, उसके भ्रम और ज्यादा बढ़ गए.
मरीज ने बताया कि उसे बार-बार लगता था कि कोई उसे हमला कर रहा है, कभी घर की छत पर कीड़े रेंगते दिखाई देते थे तो कभी ऐसा महसूस होता कि कोई उसका पीछा कर रहा है. इन लक्षणों के कारण डॉक्टरों ने पहले उसे स्किज़ोफ्रेनिया (Schizophrenia) जैसी मानसिक बीमारी का मरीज मान लिया और एंटीसाइकोटिक दवाएं दीं. लेकिन जब उसने खुद नॉरको बंद कर दी, तो सभी भ्रम पूरी तरह खत्म हो गए. डॉक्टरों का कहना है कि यह साफ तौर पर दवा का साइड इफेक्ट था, न कि मानसिक बीमारी.
डॉक्टरों की राय
विशेषज्ञों ने कहा कि इस तरह के मामले बहुत कम दर्ज किए गए हैं, इसलिए इन्हें अक्सर गलत बीमारी मान लिया जाता है. उन्होंने चेतावनी दी कि नॉरको जैसी ओपिओइड दवाओं का लंबे समय तक सेवन करने से लत लग सकती है, मानसिक दिक्कतें हो सकती हैं और यहां तक कि मौत का भी खतरा हो सकता है. अमेरिकी FDA (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) पहले ही कह चुका है कि नॉरको जैसी दवाएं अगर लंबे समय तक ली जाएं तो वे मरीज को लत, ओवरडोज़ और मौत तक की ओर ले जा सकती हैं.
भारत और दुनिया के लिए सबक
यह केस बताता है कि हर भ्रम या मानसिक लक्षण स्किज़ोफ्रेनिया या किसी मानसिक बीमारी के कारण नहीं होते. कई बार इसके पीछे दवाओं के साइड इफेक्ट छिपे हो सकते हैं. इसलिए किसी भी दवा का लंबे समय तक सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है.