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देसी मुर्गे से है आपके फोन कैमरा का कनेक्शन, असलियत जान चौंक जाएंगे!

देसी मुर्गे की एक आम खासियत आपके स्मार्टफोन की टेक्नोलॉजी में भी मिलती है. इस कैमरा टेक्नोलॉजी का नाम ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन (OIS) है, जिसने फोटोग्राफी को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है. अगली बार जब आप अपने फोन से कोई शानदार फोटो खींचेंगे, तो याद रखिए कि इस तकनीक के पीछे देसी मुर्गा भी है.

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OIS Camera Mobile Phones: कभी आपने ध्यान दिया है कि एक देसी मुर्गा जब लड़ता है, दौड़ता है या यहां तक कि बस इधर-उधर घूमता है तो उसकी गर्दन हमेशा स्थिर रहती है? वो चाहे कितना भी हिले-डुले उसका सिर टस से मस नहीं होता है. यह मुर्गे की बेहद दिलचस्प खासियत है. इसी खासियत का उदाहरण आजकल हमें फोन कैमरा में भी मिलता है. टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक बेहतरीन फीचर विकसित किया गया है, जिसे ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन (OIS) कहते हैं, जो कहीं न कहीं मुर्गे की इसी खूबी से जुड़ा है.

OIS क्या है?

जब हम अपने फोन से कोई फोटो खींचते हैं, तो हाथों का थोड़ा सा भी हिलना-डुलना फोटो को धुंधला बना सकता है. OIS इसी समस्या का समाधान है. यह एक ऐसी टैक्नो लॉजी है जो कैमरे के अंदर लेंस को स्थिर रखने में मदद करती है, भले ही आपका हाथ कितना भी हिल रहा हो.

OIS के फायदे

  • बेहतर फोटो: OIS की मदद से आप कम रोशनी में भी बेहतर फोटो खींच सकते हैं.
  • वीडियो स्टेबलाइजेशन: OIS न केवल फोटो बल्कि वीडियो को भी स्थिर रखने में मदद करता है.
  • जूम करते समय स्टेबिलिटी: जब आप अपने फोन को जूम करते हैं तो भी OIS आपको एक स्थिर फोटो खींचने में मदद करता है.

देसी मुर्गे से कनेक्शन?

देसी मुर्गे की गर्दन की स्थिरता और OIS के बीच क्या संबंध है? दरअसल, मुर्गे की इस खासियत को देखें तो इसकी गर्दन में कुछ ऐसी मांसपेशियां होती हैं जो उसके सिर को स्थिर रखने में मदद करती हैं, भले ही उसका शरीर कितना भी हिल रहा हो. ठीक इसी तरह फोन कैमरे में एक ऐसा मैकेनिज्म बनाया जो लेंस को स्थिर रखता है.

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