बुलंदशहर में सांप के काटने से मृत युवक को जिंदा करने की आस में परिजनों और ग्रामीणों ने उसके शव को रस्सी से बांधकर गंगा के पानी में लटका दिया. काफी देर बाद जब युवक ने कोई हरकत नहीं की तो लोगों ने उसका अंतिम संस्कार किया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
यूपी के बुलंदशहर से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. जहां सांप के काटने से मृत युवक को जिंदा करने की आस में परिजनों और ग्रामीणों ने उसके शव को रस्सी से बांधकर गंगा के पानी में लटका दिया. काफी देर बाद जब युवक जीवित नहीं हुआ तो लोगों ने उसका अंतिम संस्कार किया. अंधविश्वास की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. हालांकि, इसको लेकर प्रशासन के लोग कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
दरअसल, बीते 26 अप्रैल को 20 वर्षीय मोहित की सांप के काटने से मौत हो गई थी. उसकी मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. इसी बीच अंधविश्वास में आकर परिजन और ग्रामीण मोहित के शव को लेकर गंगा किनारे पुल के पास पहुंच गए. दरअसल, किसी ने कहा था कि यदि में गंगा के पानी में बॉडी को रखा जाए तो सांप के जहर का असर खत्म हो सकता है और मृत युवक जीवित हो सकता है.
ऐसे में मोहित के शव को रस्सी से बांधकर गंगा में लटका दिया गया. तेज लहरों के बीच शव काफी देर तक पानी में उतराता रहा. आसपास सैकड़ों लोग जमा थे. लेकिन जब मोहित ने कोई हरकत नहीं की तो परिजनों ने घाट पर उसका अंतिम संस्कार करा दिया. किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जिसको लेकर अब चर्चाओं का बाजार गर्म है.
जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला आहार थाना क्षेत्र के जयरामपुर कुदैना गांव का है. जहां से 26 अप्रैल को युवक के शव को गंगा में लटकाने का वीडियो सामने आया है. जिंदा होने की आस में परिजनों व ग्रामीणों ने अंधविश्वास में आकर शव को रस्सी से बांधकर गंगा में लटका दिया. आखिर में मृतक के जिंदा ने होने पर उसका अंतिम संस्कार किया.
ग्रामीणों की माने तो मोहित घटना वाले दिन अपने खेतों पर गया था, जहां उसे सांप ने डस लिया. जिसपर परिजन उसे अस्पताल ले गए लेकिन कोई लाभ नहीं मिला. फिर परिजनों ने दूसरे चिकित्सक से उसका इलाज कराया. मगर फिर भी कोई असर नहीं हुआ, जिसके बाद कुछ लोगों ने परिजनों को राय दी कि सांप के काटने का जहर शव को प्रवाहित जल में रखने से उतर जाता है. जिसके बाद परिजनों ने गंगा नदी ले जाकर बहाव के साथ शव को बांधा, लेकिन सांस वापस न आने पर शव को वहां से निकाल लिया. बाद में गंगा घाट पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया.