उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट की हालिया बैठक में राज्य के युवाओं के लिए स्मार्टफोन की जगह लेटेस्ट टैबलेट वितरित करने का निर्णय लिया है। यह पहल स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत की जा रही है, जिसका उद्देश्य डिजिटल शिक्षा और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है ।
मुख्यमंत्री ने बताया कि ये टैबलेट केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे और सीखने के डिजिटल वॉल्यूम को बढ़ाएंगे। टैबलेट में ‘डिजी-शक्ति’ पोर्टल और ऐप पहले से इंस्टॉल होगा, जिससे छात्र सरकारी योजनाओं और अध्ययन सामग्री तक आसानी से पहुंच सकेंगे ।
सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में लगभग 2 करोड़ युवाओं को डिजिटल रूप से सशक्त करना है। पहले चरण में 10 लाख टैबलेट और 25 लाख स्मार्टफोन की खरीद के लिए कैबिनेट की मंजूरी भी दी गई है, जिसमें इस वित्त वर्ष में लगभग 1,800 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है ।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि टैबलेट में वोल्टई सपोर्ट, कम से कम 2 जीबी रैम, 32 जीबी स्टोरेज और समुचित कैमरा व बैटरी क्षमता होनी चाहिए, ताकि डिजिटल शिक्षा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और ऑनलाइन कोर्सेज के लिए यह उपयुक्त साबित हो ।
इस योजना के तहत टैबलेट और स्मार्टफोन स्नातक, परास्नातक, डिप्लोमा, मेडिकल, पैरामेडिकल, तकनीकी और कौशल विकास प्रशिक्षण सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकित पात्र छात्र-छात्राओं को निशुल्क प्रदान किए जाएंगे।
इस वितरण के बाद, राज्यभर के जिलों में सेवा केंद्र और हेल्पलाइन स्थापित की जाएंगी ताकि डिवाइस से जुड़ी समस्याओं का तुरंत समाधान किया जाए। यह पहल छात्रों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ने और उन्हें तकनीकी रूप से तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
सरकार का मानना है कि यह टैबलेट वितरण योजना न केवल शिक्षा को डिजिटल बनाएगी, बल्कि राज्य के युवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए सशक्त भी बनाएगी।