यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि वे सत्ता से चिपके नहीं रहना चाहते और जैसे ही जंग खत्म होगी, राष्ट्रपति पद छोड़ने को तैयार हैं। जेलेंस्की के इस बयान को यूक्रेन की राजनीति और भविष्य की दिशा के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।
जेलेंस्की ने कहा कि उनका मकसद केवल देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा करना है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन का संविधान जंग के दौरान चुनाव की अनुमति नहीं देता, इसलिए अभी उनका पद पर बने रहना जरूरी है। लेकिन जैसे ही हालात सामान्य होंगे, वे चुनाव कराएंगे और पद छोड़ देंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी प्राथमिकता केवल युद्ध को खत्म करना और अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन की जनता को यह भरोसा होना चाहिए कि नेतृत्व किसी भी पद के मोह में नहीं है। “अगर युद्ध खत्म होने के बाद जनता किसी और को मौका देना चाहती है, तो मैं खुशी से पद छोड़ दूंगा,” जेलेंस्की ने कहा।
विशेषज्ञों का मानना है कि जेलेंस्की का यह बयान उनकी छवि को और मजबूत करेगा। वे लगातार रूस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं और उनका यह कदम यह संदेश देता है कि वे लोकतंत्र और जनता की इच्छा के प्रति समर्पित हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच 2022 से जारी युद्ध ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है। बुनियादी ढांचे के भारी नुकसान के साथ-साथ लाखों नागरिक विस्थापित हो चुके हैं। इस बीच जेलेंस्की का यह ऐलान जनता में उम्मीद जगाने वाला है कि युद्ध के बाद लोकतांत्रिक प्रक्रिया फिर से पटरी पर लौटेगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि युद्ध खत्म होने के बाद यूक्रेन में बड़ा राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकता है। जेलेंस्की ने पहले ही साफ कर दिया है कि वे सत्ता में बने रहने की इच्छा नहीं रखते। इससे देश में नए नेतृत्व के उभरने का रास्ता भी साफ होगा।