असम में मशहूर गायक जुबीन गर्ग की रहस्यमय मौत ने सभी को हैरान कर दिया है। उनके अचानक निधन के बाद परिवार और प्रशंसक गहरे सदमे में हैं। घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद स्थानीय राजनीतिक दलों और आम जनता ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग तेज कर दी है।
स्थानीय पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है, लेकिन मामले की जटिलता और जुबीन गर्ग के परिवार की चिंता ने इसे और विवादास्पद बना दिया है। पुलिस ने कहा है कि फिलहाल कोई संदेहास्पद परिस्थितियाँ सामने आई हैं, लेकिन विस्तृत जांच के लिए सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसी की भूमिका जरूरी है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए कुछ विधायक और विपक्षी नेता ने राज्य सरकार पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने गायक की मौत की सही तरीके से जांच नहीं की। उन्होंने कहा कि केवल स्थानीय पुलिस पर भरोसा करना पर्याप्त नहीं है और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
जुबीन गर्ग का करियर हमेशा उत्साह और कला से भरा रहा। उन्होंने असम और पूरे भारत में अपने गीतों और गायकी से लाखों दिलों को छूआ। उनके प्रशंसक सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर न्याय की मांग कर रहे हैं और उनकी याद में शोक व्यक्त कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौतों में पारदर्शी और निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी होती है। ऐसा न होने पर सामाजिक और राजनीतिक दबाव बढ़ सकता है। इस कारण अब सीबीआई की जांच पर जोर दिया जा रहा है ताकि मामला सभी पहलुओं से स्पष्ट हो सके।
प्रशासन ने इस मामले में आश्वासन दिया है कि जांच में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। वहीं, परिवार और प्रशंसकों की चिंता अभी भी बढ़ी हुई है। अब जनता और मीडिया की निगाहें इस मामले पर टिकी हैं और हर कोई जानना चाहता है कि जुबीन गर्ग की मौत के पीछे असली कारण क्या था।
इस रहस्यमय मौत ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि समय रहते निष्पक्ष और गंभीर जांच कितना महत्वपूर्ण है, ताकि न्याय सुनिश्चित किया जा सके और किसी प्रकार का संदेह न रह जाए।