बुरहानपुर में रेणुका पुलिस लाइन के पास स्थित मैक्रो विजन एकेडमी के होस्टल में रह कर पढ़ाई कर रही कक्षा ग्यारहवीं की एक छात्रा की मंगलवार देर शाम संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। छात्रा डाक्टर बनने के लिए यहां पढ़ाई करने आई थी। कहा जा रहा है कि छात्रा की हार्ट अटैक से मौत हुई है। वहीं परिजन का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने बच्ची के बीमार होने की जानकारी सही नहीं दी। इधर प्रबंधन का कहना है कि यह घटना बहुत दुःखद है। हमारे यहां किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई।
बुधवार सुबह लालबाग थाना पुलिस ने जिला अस्पताल में छात्रा का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजन के सुपुर्द कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक छात्रा यशस्वी(17) सेंधवा की रहने वाली थी। उसके पिता डॉ. लोहार ब्राम्हणे पीजी कॉलेज झाबुआ में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।
उन्होंने बताया मेक्रो विजन एकेडमी में पिछले माह की 28 तारीख को बेटी का एडमिशन करवाया। वह डॉक्टर बनना चाहती थी। हम उसे तैयारी के लिए छोड़कर गए थे। कल शाम 5 बजे उससे बात हुई तो उसने कहा बुखार है वार्डन के साथ जा रही हूं।
डॉक्टर से बात हुई तो कहा कि आपकी बच्ची का बीपी लो हो रहा एंजियोग्राफी कराना पड़ेगी। हमने कहा अच्छे से इलाज कराओ। बाद में प्रबंधन ने कहा आप जल्दी आ जाओ आपकी बच्ची की तबीयत बिगड़ रही है। इससे पहले हमें कभी नहीं बताया कि आपकी बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब है। स्कूल नहीं जा रही, होस्टल में रह रही। हॉस्टल वार्डन और स्कूल संचालक ने सही जानकारी नहीं दी। या तो डॉक्टर ने हाई डोज दे दिया है। इसलिए ही हम पोस्टमार्टम कराने को तैयार हुए। एडमिशन के समय प्रबंधन ने कहा था अगर आपका बच्चा बीमार होगा तो बुलाएंगे, लेकिन कभी भी स्कूल संचालक ने फोन नहीं लगाया। आखिरी समय तक बोलते रहे कि आपकी बच्ची बहुत अच्छी है। आपको आने की जरूरत नहीं है।