रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने छिपकर यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें दी हैं. अमेरिका रक्षा विभाग पेंटागन ने बुधवार को बताया कि उसने यूक्रेन को ATACMS की 12 मिसाइलें दी थीं. अमेरिका मीडिया CNN के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले यूक्रेन को ATACMS मिसाइल देने से मना कर दिया था.
बाद में फरवरी के महीने में अमेरिकी राष्ट्रपति ने मिसाइल देने की मंजूरी दे दी. हालांकि, तब इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई. पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल गैरन गार्न ने बताया कि यूक्रेन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसकी जानकारी छिपाई गई.
मिसाइल देने के बाद इस डिलीवरी को 12 मार्च के सहायता पैकेज में शामिल कर दिया गया था. अप्रैल महीने की शुरुआत में ATACMS मिसाइल यूक्रेन पहुंच गईं. इसकी रेंज 300 किलोमीटर है, यानी अगर जंग में इसका इस्तेमाल होता है तो यह रूस में 300 किमी अंदर तक अटैक कर सकती है.
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, मिसाइलें जितनी ताकतवर होती हैं, उन्हें बनाने में उतनी ही मेहनत और समय लगता है. ATACMS को बनाने वाली कंपनी लॉकहीड मार्टिन एक साल में 500 मिसाइलों का प्रोडक्शन करती है. यूक्रेन को मिसाइल देने से पहले अमेरिका ने कंपनी से ज्यादा से ज्यादा मिसाइलें खरीदीं, ताकी अमेरिका के जखीरे में इनकी कमी न हो.
दरअसल, अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक रूस ने इस साल की शुरुआत में उत्तर कोरिया से बैलिस्टिक मिसाइल खरीदी थी और मार्च में इससे यूक्रेन के रिहाइशी इलाकों पर हमला किया. इसके बाद ही बाइडेन ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल देने पर सहमति जताई. पेंटागन ने बताया कि अमेरिका ने ATACMS मिसाइल देते समय सभी नियमों का पालन किया है.
वहीं बाइडेन ने बुधवार को यूक्रेन को 5 लाख करोड़ रुपए के सहायता पैकेज से जुड़े बिल पर साइन किया. पेंटागन के मुताबिक, इस पैकेज में भी यूक्रेन को ATACMS मिसाइलें देने की बात कही गई है. इससे पहले अमेरिका ने पिछले साल नवंबर में यूक्रेन को कम दूरी वाली ATACMS मिसाइल दी थी. इसकी रेंज 160 किमी थी.