मुज़फ्फरनगर : भुगतान नहीं मिलने से आहत जल निगम के ठेकेदार ने अपने ऊपर डीजल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया. माचिस जलाने से पहले ही अन्य ठेकेदारों ने उसे पकड़कर डीजल की बोतल छीन ली.ठेकेदार ने पुलिस को बताया कि उसकी पुत्री की शादी छह दिसंबर की है.जल जीवन मिशन के तहत कार्य कर रही कंपनी पर 11 लाख रुपये बकाया है.आंशिक भुगतान भी नहीं हो पाया. वह 29 नवंबर को बेटी का लगन भी नहीं दे सका.
जल जीवन मिशन के तहत जल निगम से मिले प्रोजेक्ट पर कंपनी एनकेजी ठेकेदारों के माध्यम से गांव में ओवरहेड टैंक और पाइपलाइन बिछवाने का काम कर रही है. जाट काॅलोनी स्थित जल निगम कार्यालय पहुंचे ठेकेदारों ने भुगतान की मांग करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया.
इस दौरान शुक्रताल निवासी ठेकेदार बिंदर ने कंपनी पर 11 लाख रुपये का भुगतान न करने का आरोप लगाते हुए आत्मदाह का प्रयास किया.ठेकेदार ने बोतल से डीजल अपने शरीर पर छिड़क लिया.उसने जैसे ही माचिस से आग लगाने का प्रयास किया तो साथी ठेकेदारों ने उसे दबोच लिया.जिसके बाद अन्य ठेकेदारों ने भी हंगामा किया.
इस काम के हैं बकाया
आत्मदाह का प्रयास करने वाले ठेकेदार ने बताया कि उसने जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल योजना के अन्तर्गत गांव किशनपुर और यूसुफपुर में पेयजलापूर्ति के लिए कार्य किया था। इसके लिए करीब छह माह से उसका लगभग 11 लाख रुपये का भुगतान बकाया चल रहा है.
छह दिसंबर को है बेटी की शादी
छह दिसंबर की उसकी बेटी की शादी है.उसने कंपनी और जल निगम अधिकारियों से मिलकर आग्रह किया था.29 नवंबर को बेटी का लगन जाना था, लेकिन पैसे का प्रबंध नहीं होने के चलते वो भी नहीं जा पाया.परिवार में भारी तनाव होने के कारण ही मजबूरी में उसने यह कदम उठाया.
इस तरह पीछे-पीछे पहुंचा ठेकेदार
आरोप लगाया कि कंपनी के लोग उसका उत्पीड़न कर रहे हैं बताया कि वह कंपनी के ट्रांसपोर्टनगर स्थित कार्यालय पर भुगतान मांगने के लिए गया था.लेकिन वहां पर कंपनी के अधिकारी नहीं मिले, उनको जानकारी मिली थी कि कंपनी अधिकारी अखिल बंसल, राजेश पांडेय और एफए खान जल निगम दफ्तर गए हुए है। तो वह सीधे यहां पहुंच गए. भुगतान नहीं होने की दशा में उसने परेशान होकर यह कदम उठाया.
एनकेजी कंपनी प्रबंधक राजेश पांडेय ने बताया कि उनका कुछ भुगतान आज ही कराया जा रहा है, शेष भुगतान सोमवार को करा दिया जाएगा.कंपनी पर शासन स्तर से हो रही कार्रवाई: संजय कुमार जल निगम एक्सईएन संजय कुमार का कहना है कि घटना दुखद है। कंपनी ने वेंडर को तीन लाख रुपये दे दिए हैं.बाकी भुगतान कराने का प्रयास हो रहा है.मामले को लेकर गंभीरता बरती जा रही है.