झारखंड में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पार्टी और घर में BJP ने बड़ी सेंध लगाई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा की पूर्व विधायक और हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया है। उनके भाजपा खेमे में आने से पार्टी को मजबूती मिल सकती है। विशेषकर हेमंत सोरेन आदिवासियों के जिस कथित उत्पीड़न के सहारे भाजपा को मात देने की कोशिश कर रहे हैं, सीता सोरेन के खेमा बदलने के बाद जेएमएम का दांव हल्का पड़ सकता है। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने झारखंड की 14 में से 12 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन पार्टी इस बार झारखंड में भी क्लीन स्वीप करने के मूड में है।
आज सुबह ही सीता सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया। सीता सोरेन हेमंत के जेल जाने के 48 दिन बाद चंपई सोरेन को CM बनाए जाने से नाराज चल रही थीं। सीता सोरेन JMM सुप्रीम शिबू सोरेन की बड़ी बहू हैं।
सीता सोरेन ने जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन को लिखे पत्र में कहा कि उनके पति दुर्गा सोरेन झारखण्ड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी थे। उनके निधन के बाद से ही वो और उनका परिवार लगातार उपेक्षा का शिकार रहा। पार्टी और परिवार के सदस्यों की ओर से अलग-थलग कर दिया गया, जो उनके लिए अत्यंत पीड़ादायल रहा।