सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है. मार्च में ही घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें अपने अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं.कीमतों में इस तेजी के लिए कई कारण सामने आ रहे हैं.इसमें अमेरिक में ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती संभावनाएं, साल 2024 के लिए दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं के लिए कमजोर अनुमान, अरब देशों से लेकर यूक्रेन तक जारी तनाव और अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर इन्वेस्टर्स के बीच सतर्क रुख से सोने की कीमतों को फायदा मिला है. दरअसल, तमाम जोखिमों को देखते हुए निवेशक दरों में कटौती होने पर सोने को निवेश का बेहतर विकल्प मान रहे हैं.
मार्च की शुरुआत में ही इंटरनेशनल मार्केट में सोना 2200 डॉलर प्रति आउंस के करीब अपने रिकॉर्ड स्तरों पर पहुंच गया. वहीं इस तेजी का असर घरेलू बाजार में देखने को मिला है और सोने के भाव 66 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर से ऊपर पहुंच गए हैं. साल 2024 में अब तक सोने में 6 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिल चुकी है. वहीं बीते 2 हफ्ते में ही कीमतों में 5 फीसदी की बढ़त रही है. खास बात ये है कि एक्सपर्ट्स अभी सोने की कीमतों में और उछाल का अनुमान लगा रहे हैं. लाइवमिंट की एक रिपोर्ट में मार्केट एक्सपर्ट के हवाले से कहा गया है कि लंबी अवधि में सोना इंटरनेशनल मार्केट में 2250 डॉलर और घरेलू बाजार में 67000 रुपये का स्तर पार कर सकता है. हालांकि हाल की तेजी के बाद छोटी अवधि में हल्का करेक्शन संभव है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
सोने की तेजी की पहली वजह ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती संभावना है. बाजार का एक बड़ा हिस्सा मान रहा है कि फेडरल रिजर्व जून से दरों में कटौती कर सकता है इससे सोने पर सकारात्मक असर पड़ा है. इसके अलावा ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती की आशंकाएं बनी हुई हैं. जर्मनी, जापान और यूके में दबाव बना हुआ है. इसके साथ ही अरब देशों और रूस यूक्रेन संकट के खत्म होने जल्द आसान नहीं दिख रहे हैं इन जोखिम की वजह से सोने की मांग में बढ़त दर्ज हुई है.