अडानी ग्रुप सीमेंट सेक्टर का लीडर बनने के लिए तेजी से काम कर रही है. पहले वह अपना प्लान भी पेश कर चुकी है कि कैसे वह आने वाले कुछ सालों में इस सेक्टर में मोटा निवेश करेगी. वहीं, लीडर बनने के लिए अडानी ग्रुप सीमेंट कारोबार में बिड़ला को भी टक्कर देने की तैयारी में है.
अडानी ग्रुप अब सीमेंट सेक्टर में लीडर बनाना चाहता है. इसलिए उसने अंबुजा सीमेंट्स और ACC लिमिटेड कंपनियों को खरीदा भी था. अब कंपनी ने सीमेंट कारोबार में लीडर बनने के लिए बिड़ला को भी टक्कर देने की तैयारी में है. दो साल से भी कम समय पहले अडानी ने अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी को खरीदकर सीमेंट क्षेत्र में एंट्री की ही थी कि अब वो बिड़ला के अल्ट्राटेक सीमेंट को भी टक्कर देने की तैयारी में हैं. दरअसल, अडानी ग्रुप ने इंडियन सीमेंट मार्केट में हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य रखा है. अंबुजा सीमेंट बिजनेस के आंतरिक सोर्स के माध्यम से कंपनी पूंजीगत खर्च को लागू करने की योजना बना रहा है.
अडानी ग्रुप एयरपोर्ट, पोर्ट, खाना, ऊर्जा और रियल एस्टेट में मजबूत उपस्थिति के साथ भारत के बुनियादी ढांचे और सामग्री क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी है, अब सीमेंट सेक्टर में लीडर बनने पर नजर गड़ाए हुए है. लेकिन मौजूदा आदित्य बिड़ला समूह अग्रणी अल्ट्राटेक सीमेंट का मालिक है और तेजी से आगे बढ़ रहा है. आदित्य बिड़ला के अल्ट्राटेक सीमेंट से अडानी की डायरेक्ट टक्कर होगी.
अडानी सीमेंट्स ने कहा कि इसके पास संचयी 8,000 मिलियन मीट्रिक टन चूना पत्थर का भंडार है, जो सीमेंट उद्योग के लिए एक प्रमुख कच्चा माल है. इसके अलावा, लंबी अवधि के लिए इसकी 40 प्रतिशत फ्लाई ऐश आवश्यकताएं हैं, जो 2028 तक बढ़कर 50 प्रतिशत से अधिक हो जाएंगी. अंबुजा ने आगे कहा कि इसमें बेहतर उद्यम जोखिम प्रबंधन है और सीमेंट की कुल लागत का 65 प्रतिशत है.
इस महीने की शुरुआत में, अल्ट्राटेक ने तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ में दो ग्रीनफील्ड इकाइयों की शुरुआत के साथ उत्पादन क्षमता में 150 मिलियन टन को पार करके अपने वैश्विक कद को रेखांकित किया. देश का सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक अब अमेरिका में उत्पादित सीमेंट का 150% उत्पादन कर सकता है, जबकि यूरोप में सीमेंट के कुल उत्पादन का चार-पांचवां हिस्सा बराबर कर सकता है.
अल्ट्राटेक ने अपनी उत्पादन क्षमता को 200 मिलियन टन तक बढ़ाने की योजना बनाई है. इसके बाद संयोजन के माध्यम से अपनी मौजूदा क्षमता में 21.9 मिलियन टन जोड़ने के लिए 13,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की है.
समूह के पास अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड का मालिकाना हक है. अंबुजा सीमेंट ने कहा कि अडानी का सीमेंट कारोबार आंतरिक संसाधनों के जरिए अपने त्वरित पूंजीगत खर्च कार्यक्रम को लागू करेगा और कर्ज मुक्त रहेगा. इसके अलावा अडानी समूह सीमेंट क्षमता विस्तार की रफ्तार भी बढ़ा रहा है और 16 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ इसके वित्त वर्ष 2027-28 तक 14 करोड़ टन प्रति वर्ष तक पहुंचने की उम्मीद है. अडानी समूह की कंपनी ने कहा है कि अडानी सीमेंट की बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2027-28 तक मौजूदा 14 फीसदी से बढ़कर 20 फीसदी होने का लक्ष्य है.
इस समय अडानी सीमेंट, आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट के बाद इस सेक्टर की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी में से एक है. अडानी सीमेंट ने कहा कि उसके पास कुल 800 करोड़ टन का चूना पत्थर का भंडार है, जो सीमेंट उद्योग के लिए एक प्रमुख कच्चा माल है. इसके अलावा उसकी फ्लाई ऐश मांग का 40 प्रतिशत हिस्सा दीर्घकालिक व्यवस्था के तहत उपलब्ध है और यह आंकड़ा 2028 तक बढ़कर 50 प्रतिशत से अधिक हो जाएगा. भारतीय सीमेंट उद्योग के बारे में अडानी समूह ने कहा कि इसके 7-8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है. अगर ऐसा हो जाता है तो इससे अडानी ग्रुप को इस सेक्टर में एक बड़ी बढ़त हाथ लग जाएगी.