सुल्तानपुर। ओसामा हत्याकांड”, पांच दिन पूर्व इस वारदात ने शहर वालों को झिझोड़ कर रख दिया.मृतक 11 साल के मासूम के घर के सामने रहने वाले ‘आसिफ ऊर्फ सोनू’ ने चंद पैसों के लिए गला दबाकर उसे मार डाला.हालांकि इस केस में एक चौंकाने वाला पहलू सामने आया है, वो यह कि हत्यारोपी के चाचा का पुत्र ‘अयान’ मानसिक रूप से दिव्यांग है। जिसने चचेरे भाई को क़ातिल बनने से रोका था.
हत्यारोपी आसिफ जिस मकान में रहता है उसी में उसके चाचा सलीम की फैमली भी रहती है.स्थानीय लोगों की माने तो घटना वाले दिन जब आसिफ ने घर वालों के सामने ओसामा को मारने की प्लानिंग किया तब मानसिक दिव्यांगता के बावजूद अयान ने उसे ऐसा करने से रोका.
उसने ये भी कहा अगर तुम लोग ऐसा करने जा रहे तो मैं बाहर जाकर सब बता दूंगा.वरना ओसामा को छोड़ दो। लेकिन घर वालों ने उसकी बात को दरकिनार किया और उसे ही एक कमरे में ले जाकर बंद कर दिया। जहां उसे दो दिन रखा गया.पुलिस की जांच के समय ये बात प्रकाश में आई, जिसे वहां मौजूद मोहल्ले वालों ने भी सुना तो सभी दंग रह गए.
गांधीनगर खैराबाद में हुई वारदात का ये है पूरा घटनाक्रम
बता दें कि 25 नवंबर की रात 8 बजे कोतवाली नगर के गांधीनगर खैराबाद में कक्षा चार के छात्र ओसामा पुत्र शाहिद गायब हो गया.देर रात परिवारीजनों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज दर्ज कराया.अगले दिन दिन में अलग अलग नंबरों से पांच लाख फिरौती मांगी गई।
मुख्य आरोपी के साथ पिता, चाचा-चाची और बहन गई जेल
27 नवंबर को तड़के ओसामा का शव उसके घर के ठीक सामने आसिफ के घर में उसके कमरे में बेड के नीचे से बरामद किया गया। तीन दिन पूर्व आसिफ, उसके पिता बब्बू, चाचा सलीम, चाची सलमा और बहन सबीना को जेल भेजा गया है.