ट्रेन में ‘पत्नी’ को सीट नहीं मिली, शख्स ने सोशल मीडिया पर डाली तस्वीर, अब मचा बवाल!

सोशल मीडिया पर अक्सर ट्रेन में सीट न मिलने की शिकायतें और तस्वीरें वायरल होती रहती हैं. इनमें से कई अपनी समस्या उजागर करने के लिए पोस्ट की जाती हैं, जबकि कुछ सिर्फ लोगों का ध्यान खींचने और इंगेजमेंट बढ़ाने का जरिया बनती हैं. हाल ही में ऐसी ही एक तस्वीर चर्चा में आई है.

वायरल तस्वीर ने खींचा ध्यान

वायरल पोस्ट में एक महिला, जो लाल साड़ी में ट्रेन की फर्श पर बैठी नजर आ रही है. यह तस्वीर जितेश नाम के एक यूजर ने X पर शेयर की और दावा किया कि यह महिला उनकी पत्नी है.इस तस्वीर को सबसे पहले पोटैटो नामक यूजर ने X पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, ‘प्रिय माता-पिता, अपनी बेटी की शादी ऐसे शख्स से न करें, जो खुद और आपकी बेटी के लिए सम्मानजनक जीवन न दे सके. आर्थिक संकट जल्द या देर से उनकी लड़ाइयों की वजह बन जाएगा.

देखें वायरल पोस्ट

पति’ ने रेल मंत्रालय पर निकाला गुस्सा

इस पोस्ट के बाद जितेश ने तस्वीर को री-शेयर करते हुए रेल मंत्रालय पर तंज कसा. उन्होंने लिखा-शुक्रिया, अश्विनी वैष्णव जी. आपकी बदौलत मेरी पत्नी को यह वर्ल्ड-क्लास ट्रेन सुविधा मिल रही है. मैं जीवनभर आपका अहसानमंद रहूंगा.

जब रेलवे ने मांगी इसकी जानकारी

रेलवे सेवा के आधिकारिक हैंडल ने इस पोस्ट पर तुरंत प्रतिक्रिया दी. जितेश से यात्रा की जानकारी मांगी.-कृपया अपनी यात्रा का विवरण (PNR/UTS नंबर) और मोबाइल नंबर DM के जरिये से शेयर करें, ताकि आपकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जा सके.आप रेल मदद वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं या 139 पर कॉल कर सकते हैं.

जानकारी शेयर न करने पर बढ़ा शक

रेलवे द्वारा बार-बार अपील के बावजूद जितेश ने कोई जानकारी शेयर नहीं की. इससे उनकी कहानी की सच्चाई पर सोशल मीडिया पर सवाल उठने लगे.

सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं

इस पोस्ट के बाद यूजर्स ने जितेश की पोस्ट पर भी कमेंट आने लगे. किसी के मुताबिक ये फेक तस्वीर है. वहीं किसी ने लिखा-अगर महिला कंफर्म रिजर्वेशन के बिना आरक्षित कोच में यात्रा कर रही है, तो यह कानून का उल्लंघन है  बतौर पति, आपको समय पर टिकट बुक करना चाहिए था. वहीं दूसरे ने कहा,’क्या गैरजिम्मेदार इंसान हो! अपनी पत्नी के लिए सीट तक रिजर्व नहीं कर पाए और गलती रेल मंत्रालय पर मढ़ रहे हो.’

देखें कमेंट

सच्चाई पर सवाल

यह तस्वीर और इसके साथ किए जा रहे दावे कितने सच्चे हैं, यह अभी जांच का विषय है. लेकिन यह घटना सोशल मीडिया की ताकत को जरूर दिखाती है, जहां असली और नकली दोनों तरह की कहानियां तेजी से वायरल हो जाती हैं.

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