आखिरकार वह मौका आया जब बर्कशायर हैथवे की वार्षिक मीटिंग में भारत से जुड़ा कोई सवाल आया जिसकी जवाब दुनिया के मशहूर निवेशक वॉरेन बफे ने दिया. यह सवाल भारतीय इक्विटी में निवेश करने वाले अमेरिका स्थित हेज फंड दूरदर्शी एडवाइजर (DoorDarshi Advisor) के राजीव अग्रवाल ने पूछा था. बफे ने कहा कि भारतीय बाजार में ‘अनखोजे अवसर’ (Unexplored Opportunities) हैं, जिन्हें उनके ग्रुप की होल्डिंग कंपनी बर्कशायर हैथवे भविष्य में तलाशना चाहेगी.
अग्रवाल ने वॉरेन बफे से पूछा, “पिछले 5, 10, 20 साल में भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है. यह दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जो अगले कुछ साल में ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. मेरा सवाल ये हैं कि क्या बर्कशायर भारतीय शेयर बाजार में खरीदारी करने के बारे में सोच रहा है और आप भारतीय बाजार में निवेश करने के लिए किन बातों का ध्यान रखेंगे.”
बर्कशायर हैथवे के को-फाउंडर, चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे से कहा, ”यह एक बहुत अच्छा सवाल है. मुझे यकीन है कि भारत जैसे देशों में बहुत सारे अवसर हैं. हालांकि, सवाल यह है कि क्या हमारे पास भारत में उन बिजनेस के बारे में कोई एडवांटेज या इनसाइट्स है या कोई कॉन्टैक्ट है, जो बर्कशायर की भागीदारी के जरिए ट्रांजैक्शन को संभव बना सके.” उन्होंने कहा कि बर्कशायर में अधिक एनर्जेटिक मैनेजमेंट इसे आगे बढ़ा सकता है.
बफे ने कहा कि बर्कशायर की दुनिया भर में बहुत अधिक प्रतिष्ठा है. उन्होंने कहा कि जापान में उनका अनुभव काफी दिलचस्प रहा है. भारत के बारे में उन्होंने कहा, ”हो सकता है कि कोई ऐसा अवसर हो, जिसकी खोज न की गई हो या जिस पर ध्यान न दिया गया हो… लेकिन ऐसा भविष्य में हो सकता है.”