उज्जैन। शहर के माधवनगर थाना क्षेत्र सेठी नगर में रहने वाले रिटायर्ड बैंक अधिकारी राकेश कुमार जैन को सायबर ठगों ने शिकार बना लिया. डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगों ने जीवन भर की कमाई अपने खातों में ट्रांसफर करवा ली. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस लोगों से लगातार अपील कर रही है कि इस प्रकार के फोन आएं तो पुलिस में शिकायत करें, लेकिन लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं. लगातार डिजिटल हाउस अरेस्ट की घटनाएं सामने आ ही हैं.
ये है ठगी की पूरी कहानी
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
पुलिस के अनुसार उज्जैन के सेठीनगर के पास स्थित नीरा हवेली में रहने वाले 65 वर्षीय राकेश कुमार जैन एक सरकारी बैंक में मैनेजर रह चुके हैं. उनके साथ बेहद शातिराना ठगी का मामला सामने आया है. राकेश कुमार जैन ने पुलिस को आवेदन दिया है. इसमें लिखा है “7 अगस्त को मुझे एक कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया. उसने कहा कि मेरे आधार कार्ड से मुंबई के एचडीएफसी बैंक में खाता खोला गया है और उसमें करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग हुई है.”
रिटायर्ड अफसर को दो दिन तक धमकाया
इस कॉल के बाद राकेश जैन को उनकी पत्नी के साथ दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया. उन्हें बताया गया कि उनका फोन ट्रेसिंग पर है और किसी से भी संपर्क करने की मनाही है. इसी दौरान उन्हें 50 लाख 71 हजार रुपये की राशि अपने बैंक खाते से एक अन्य खाते में ट्रांसफर करवाने को मजबूर किया गया. धमकी दी गई कि आपके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट और आरबीआई के आदेश हैं. अगर आपने हमारी बात नहीं मानी तो आपको तीन साल की जेल हो सकती है. ठगी होने के बाद राकेश जैन पुलिस के पास पहुंचे. ठगों ने जिस खाते में पैसे ट्रांसफर करवाए, वह गाजियाबाद के बंधन बैंक का बताया जा रहा है. इस मामले में थाना प्रभारी राकेश भारती का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.